नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ. चौधरी चरण सिंह विवि के हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में भाषा प्रौद्योगिकी के तकनीकी पक्ष पर विशेषज्ञ प्रोफेसर धनजी प्रसाद का व्याख्यान आयोजित किया गया। प्रोफेसर प्रसाद केंद्रीय हिंदी संस्थान दिल्ली केंद्र पर भाषा विभाग में आचार्य पद पर कार्यरत हैं।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के विभागों के छात्र और छात्राएं जिन्होंने एक विषय के रूप में भाषा प्रौद्योगिकी का चयन किया है व्याख्यान से लाभान्वित हुए। प्रो प्रसाद ने भाषा प्रौद्योगिकी के विभिन्न तकनीकी एवं अनुप्रयोगिक पहलुओं पर लंबा व्याख्यान दिया। यूनिकोड कनवर्टर से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक व्याख्यान के महत्वपूर्ण विषय हैं। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने भाषा प्रौद्योगिकी के तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला। वैश्विक आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रोफेसर लोहनी ने कहा कि हिंदी को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के लिए हिंदी भाषा की तकनीकी पहलू पर ध्यान देना होगा।
भाषा प्रयोगशाला के संयोजक डॉ विद्यासागर सिंह ने प्रोफेसर प्रसाद का परिचय कराते हुए उनके महत्वपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला। आज का व्याख्यान सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक पहलू पर केंद्रित रहा। प्रोफेसर प्रसाद ने विद्यार्थियों को तकनीकी के बुनियादी पहलुओं से कराया। इसी बीच हिंदी विभाग के शिक्षकों को भी भाषा प्रौद्योगिकी के तकनीकी पक्ष से रूबरू होने का अवसर प्राप्त हुआ। विभिन्न विभागों यथा इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, ललित कला, भूगोल, संस्कृत आदि विभाग के विद्यार्थी व्याख्यान से लाभान्वित हुए।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों के अलावा शिक्षक डॉ प्रवीण कटारिया, डॉ यज्ञेश कुमार, डॉ अंजू एवं डॉक्टर आरती राणा उपस्थित रहे। विभाग के शोधार्थियों मे विनय, पूजा एवं रेखा तथा विद्यार्थियों में आयुषी तोमर एवं निशा उपस्थित रहे।
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