नित्य संदेश ब्यूरो
बरेली: चिकित्सा के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए, गंगाशील अस्पताल ने रोहिलखंड क्षेत्र की पहला सफल बेंटल ऑपरेशन किया |
पीलीभीत के 51 वर्षीय राजेश, उन्हें तेज धड़कन और साँस लेने में कठिनाई के बाद जाँच में पता चला कि मरीज को जन्म से बाइकस्पिड अरोटिक वाल्व (2 पल्ले/ 2 Cusp) था नार्मल अरोटिक वाल्व में तीन पल्ले होते है उसमे विकार पैदा होने से सीवियर एआर (वाल्व लीक), सीवियर एएस (वाल्व चोक) उत्पन्न हो गया और हार्ट का फंक्शन 40% (नार्मल 60%) था इससे अकस्मात् मृत्यु की सम्भावना बन जाती है एवम् खून के दबाब की वजह से महाधमनी (असेंडिंग अरोटा) जो हृदय से निकलती है और पुरे शरीर एवम् हृदय को (कोरोनरी) खून सप्लाई करती है वह डायलेट होकर पतली एवम् एन्यूरिज्म (धमनीविस्फार) हो गया था | इस स्थिति में मरीज की ओपन हार्ट सर्जरी करके अरोटिक वाल्व (बीमारी वाला वाल्व) निकाला जाएगा और नया वाल्व डाला जाएगा, महाधमनी को निकालकर नई कृत्रिम महाधमनी डाली जाएगी एवम् मुख्य कोरोनरी आर्टरी को हटाना होता है और नई कृत्रिम महाधमनी पर को व्यवस्थित रूप से जोड़ना पड़ता है इस ऑपरेशन को बेंटल ऑपरेशन (Bentall Operation) कहा जाता है. बेंटल ऑपरेशन एक बहुत ही जटिल और बड़ी सर्जरी है जो कि चुनिन्दा अस्पतालों में चुनिन्दा हृदय शल्यचिकित्सक द्वारा होती है पउ प्रदेश में (एनसीआर को छोड़) एव रोहिलखंड में पहली बार गंगाशील अस्पताल में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई |
डॉ. विशाल अग्रवाल, सीटीवीएस डायरेक्टर, सर्जन ने बताया की यह ऑपरेशन अत्यधिक जोखिमपूर्ण था, लेकिन विशेषज्ञता और योजनाबद्ध तैयारी ने इसे सफल बनाया गया| अस्पताल की कार्यकारी निदेशिका डॉ. शालिनी माहेश्वरी ने कहा,” यह सफलता न केवल हमारी टीम की कुशलता का प्रमाण है बल्कि गंगाशील अस्पताल की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है |” आज राजेश पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं |
No comments:
Post a Comment