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Sunday, December 8, 2024

कर्म के क्षेत्र का महाविज्ञान है गीता: डॉ. सुमित उपाध्याय

IMA मेरठ के सौजन्य से गीता जयंती मनायी गई

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ. गीता जयंती पर्व 11 दिसंबर को है, रविवार से गीता जयंती पखवाड़ा चिकित्सकों द्वारा शुरुआत किया गया. IMA मेरठ के सौजन्य से गीता जयंती मनायी गई। 

आईएमए के सचिव डॉ. सुमित उपाध्याय (नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ) ने बताया कि गीता जयंती वैसे भी इतना महान पर्व है कि एक पखवाड़े तक यह कार्यक्रम देश भर में चलते ही रहते है। समस्त वेदों का सार उपनिषद हैं और उपनिषदों का सार श्रीमद्भगवद्गीता है। केवल सार ही नहीं वरन् उससे भी कहीं बड़ी बात है गीता। स्वयं भगवान की वाणी है। अपने कर्तव्य का पालन करते हुए मानव जीवन सच्चे अर्थों में पूर्ण सफल हो जाये, यही मार्गदर्शन श्रीभगवान ने गीतोपदेश के माध्यम से अर्जुन को निमित्त बना कर संपूर्ण मानवजाति के लिये किया है। वेद, उपनिषद आदि के अध्ययन के लिये तो विशेष पात्रता चाहिये परंतु गीता सब मानवों के काम की चीज है। 

उन्होंने बताया कि कर्म के क्षेत्र का महाविज्ञान है गीता। युद्ध भी अगर कर्तव्य पालन के लिये आवश्यक है तो युद्ध जैसे घोर कर्म से भी कल्याण हो सकता है और अगर युद्ध के क्षेत्र में भी कल्याण हो सकता है तो फिर तो सृष्टि के सभी अन्य कर्म क्षेत्रों में भी निःसंदेह कल्याण हो ही सकता है। अर्थात्, कल्याण के लिये अपना कर्म छोड़कर कहीं जाने की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं है। अपने-अपने स्थान पर अपने-अपने कर्तव्य-कर्म का पालन करते हुए ही सिद्धि प्राप्त हो जाती है, यही गीता बताती है। श्रीभगवान कहते हैं कि जो भी गीता का अध्ययन करता है तो मैं उसे अपना ही पूजन मानता हूं। आइये! गीता जयंती कार्यक्रम में शामिल होकर श्रीभगवान का वास्तविक रूप से पूजन करें, श्रीभगवान को प्रसन्न करें और अपनी जीवन यात्रा को सच्चे अर्थों में सफल करें। 

कार्यक्रम का उद्देश्य, “मानसिक स्वास्थ्य और ध्यान के लिए गीता को जीवन में अपनाने पर था” प्रदूषित मन के विरुद्ध गीता और प्रदूषित वातावरण के विरुद्ध प्लास्टिक छोड़ना के लिए आईएमए ने पहल की है. “एक थाली एक थैला, महा कुम्भ ना हो मैला” अभियान पर विचार विमर्श किया गया और डॉ शैलेन्द्र एलन ने 1000 थाली, एक थैले का सहयोग किया। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण पर जागरूकता अभियान चलाया गया और आईएमए ने इस अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से स्टील की 10 हज़ार थाली डोनेट करने का संकल्प लिया. जिसमें पवन (महानगर पर्यावरण संयोजक), मनोज गोयल‌, मुकुल सिंघल उपस्थित रहे
 
ये रहे उपस्थित 
Dr. Atul prakash
Dr. R. K. Agarwal 
Dr. Shivkant agarwal 
Dr. Sapna agarwal
Dr. Pravesh bansal 
Dr. Dinesh agarwal
Dr. Manjula agarwal
Dr. Maj. K. Gopal 
Dr. Deepak goel
Dr. Anil rastogi
Dr. Anil kumar
Dr. Manoj tiwari
Dr. Vidhi tiwari
Dr. Anil arora
Dr. Shobha upadhyay 
Dr. Ashu mithal
Dr. Archana mithal
Dr. Suchitra rastogi




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