रवि गौतम
नित्य संदेश, परिक्षितगढ. कहते हैं कि जब किस्मत मेहरबान होती है तो आदमी आसमान में उड़ने लगता है, लेकिन कुछ नजारे इससे अलग होते हैं, जो अपनी मेहनत व कबीलता के बल पर व सब कुछ हासिल कर लेते हैं, जो लोगों का सपना होता है उनमें से एक हैं ऐसे लोगों की किस्मत मेहनत और कामयाबी का हिस्सा बन जाती हैं, इनमें से एक है जिनकी बात कहने जा रहा हूं पति -पत्नी दिव्यांग जो अपनी मेहनत के बल पर शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान बन चुके हैं.
आज उभरती कला कालम में मेहमानो ने वरिष्ठ पत्रकार रवि गौतम से खुलकर बातचीत की, जहाँ राजकीय इंटर कॉलेज ललियाना में प्रभारी प्रधानाचार्य जगमोहन सिंह उर्फ जिमी धारीवाल तथा उनकी पत्नी दीपिका धारीवाल जो प्राथमिक विद्यालय नंबर दो परीक्षितगढ़ में सहायक अध्यापिका के रूप में कार्य कर रही है दोनों सरकारी शिक्षक शिक्षिका के रूप में क्षेत्र के बच्चों को आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं दोनों दिव्यांग पति-पत्नी का कहना है कि दबे कुचलो गरीब मजदूरों के बच्चों के जीवन में शिक्षा का ग्राफ ऊंचा उठाकर उन्हें आगे बढ़ाना है बेहद मुदुभाषी व्यवहार के धनी दोनों शिक्षकों काम मानना है लोगों की उम्मीद से ऊपर उठकर सेवा करेंगे अपने माता-पिता को आदर्श मानते हुए कहते हैं कि हमने कभी हिम्मत नहीं हरी इसलिए विकलांग होकर भी हम अपने जीवन को संतुष्ट महसूस करते हैं शिक्षा सामाजिक क्षेत्र में लोगों की मदद करना उनकी जिंदगी का मकसद बन गया है यदि युवा शिक्षित होगा तो देश में महापुरुषों का सपना सच्चा होगा
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