अंकित जैन
नित्य संदेश, मुजफ्फरनगर. शिवसेना द्वारा आज मानवाधिकार दिवस को काले दिवस के रूप में मनाते हुए हाथों में काली पट्टी बांधकर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
शिवसेना के दर्जनों कार्यकर्ता आज तहसील मार्केट स्थित संपर्क कार्यालय पर एकत्र हुए और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के मानवाधिकार हनन पर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने पर आज मानवाधिकार दिवस को काले दिवस के रूप में मनाते हुए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मानवाधिकार दिवस को काले दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवसेना नेता मनोज सैनी, मंडल अध्यक्ष लोकेश सैनी व जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा ने कहा कि पूरा विश्व आज के दिन को मानवाधिकार दिवस के रूप में मना रहा है, परंतु बांग्लादेश में लाखों हिंदुओं के मानवाधिकारों का खुलेआम हनन किया जा रहा है. महिलाओं का बलात्कार और कत्लेआम किया जा रहा है, परंतु अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा इस पर कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. जब विश्व के एक हिस्से में खुलेआम मानवाधिकार हनन की घटनाएं हो रही हो तो ऐसी स्थिति में मानवाधिकार दिवस मनाने का कोई औचित्य नहीं है.
शिवसेना नेताओं ने कहा कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री ने शांति के लिए दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कार को भी मजाक बनाकर रख दिया है. नोबेल पुरस्कार प्राप्त प्रधानमंत्री अपने इशारे पर अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार करवा रहा है, ऐसे व्यक्ति से नोबेल पुरस्कार तुरंत वापस ले लेना चाहिए.
इस अवसर पर मुख्य रूप से शिवसेना नेता मनोज सैनी, प्रमोद अग्रवाल प्रदेश उपाध्यक्ष, लोकेश सैनी मंडल अध्यक्ष, बिट्टू सिखेड़ा जिला अध्यक्ष राजेश कश्यप मंडल महासचिव, हरेंद्र शर्मा जिला अध्यक्ष हिंदू क्रांति सेना बसंत कश्यप मीडिया प्रभारी, आशीष शर्मा नगर अध्यक्ष हरिंदर शर्मा, हिंदू क्रांति सेना जिला अध्यक्ष, रविंद्र सैनी , सनी वर्मा जिला उपाध्यक्ष, सुनील शेट्टी, रवि दुग्गल, सचिन शर्मा, जितेंद्र गोस्वामी, रुद्र गोस्वामी, मोहित मित्तल, सुशील, गोपाल, शर्मा प्रदीप कश्यप, राजीव बेनीवाल, मोहित कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।
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