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Sunday, January 12, 2025

राष्ट्रीय युवा दिवस पर सुभारती विश्वविद्यालय में निकली सुभारती युवा शक्ति रैली

आज का युवा कल के भविष्य का निर्माता: ब्रिगेडियर दिनेश दहिया

अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद शोध पीठ एवं सुभारती डिफेंस एकेडमी के संयुक्त तत्तवावधान में स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर "राष्ट्रीय युवा दिवस" के तहत "सुभारती युवा शक्ति रैली" निकाली गई। 

यह रैली विश्वविद्यालय परिसर में स्थित तांत्या टोपे तिराहे से स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के सम्मुख से शुरु होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए विश्वविद्यालय के शहीद स्मारक पर समाप्त हुई। युवा सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सेवा को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता के प्रमाण स्वरूप आयोजित इस रैली से विश्वविद्यालय में पढने वाले युवाओं ने राष्ट्र निर्माण में अपना सशक्त योगदान देने का संकल्प लिया। 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि 510 आर्मी बेस कार्यशाला, मेरठ के कमांडेंट व प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर दिनेश दहिया ने सभी उपस्थित सुभारती डिफेंस अकैडमी, एनसीसी और एनएसएस के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब छात्र आने वाले कल का भविष्य हैं। मुझे विश्वास है कि ये सभी छात्र स्वामी जी के आदर्शों को अपनाकर उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए एक ऐसे समाज के निर्माण में सहायक बनेंगे जहां किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में आकर और यहां के राष्ट्रीयता के भाव से पूरित वातावरण को देखकर ऐसा लगता है कि यह विश्वविद्यालय हमारे असंख्य स्वतंत्रता सेनानीयों के द्वारा देखे गए सपने को साकार करने में लगा हुआ है। इसके लिए मैं विश्वविद्यालय के संस्थापकों एवं सभी पदाधिकारियों व शिक्षकों को साधुवाद देता हूं कि आप अपने विश्वविद्यालय में राष्ट्रप्रेम का भाव युवाओं में रोपित करने में लगे हुए हैं।        

सुभारती डिफेंस एकेडमी के निदेशक कर्नल राजेश त्यागी सेना मैडल (सेवा निवृत्त) ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इस सुभारती युवा शक्ति रैली का उद्देश्य युवाओं में स्वामी जी के आदर्शों को रोपित करने के साथ-साथ उनको राष्ट्र निर्माण के पथ पर ग्रसर करना भी है। कर्नल त्यागी ने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय की हमेशा से यही अवधारणा रही है कि युवाओं में राष्ट्रप्रेम का भाव सदा प्रस्फुटित होता रहे जिससे वो यहां से जाने के बाद एक सशक्त और उन्नत भारत के निर्माण में सहयोगी बन सकें जहां किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। यही स्वप्न हमारे देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले असंख्य वीर बलिदानियों का भी है।  

रैली को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि डॉ.ए.पी.गर्ग, डीन एकेडमिक्स व निदेशक सुभारती शोध प्रकोष्ठ ने युवाओं को स्वामी जी के द्वारा 1893 में शिकागो में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को सदा याद रखना चाहिए क्योंकी यह भाषण हमें बताता है कि मनुष्य चाहे कोई भी हो, वह किसी भी परिस्थिति में ही क्यों ना हो, उसके द्वारा किए गए कार्य ही उसे महान बनाते हैं। स्वामी जी के द्वारा शिकागो की उस धर्म सभा में दिए गए भाषण जैसे तात्कालीन पश्चिमी देशों को भारतीय दर्शन, ज्ञान, संस्कृति एवं अध्यात्म से परिचित कराया था और उन लोगों को यह आभासित करवाया की भारत असभ्य एवं संसकृतिहीन राष्ट्र नहीं है, अपितु यह एक सांस्कृतिक एवं संस्कारों से पूरित राष्ट्र है जो भारत को असभ्य एवं संस्कृतिविहिन समझते थे । ठीक उसी प्रकार से आज भी युवाओं को स्वामी जी के विचारों को अपने में आत्मसात करते हुए उनके बताए पथ पर चलकर एक अखंड उन्नत राष्ट्र के निर्माता के रूप में स्वयं को तैयार करना है। 

कार्यक्रम की संयोजिका एवं स्वामी विवेकानंद पीठ की समन्वयक डॉ. मोनिका मेहरोत्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर आयोजित इस सुभारती युवा शक्ति रैली का विचार सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) जी.के. थपलियाल,सेना मेडल (से.नि.) का है। उनका यह मानना है कि स्वामी जी के द्रशों को हमारे विद्यार्थियों में उतारने के लिए हमें उनके बताए मार्ग पर चलते हुए विद्यार्थियों को न केवल शिक्षित करना है बल्कि उन्हें एक ऐसे राष्ट्रनिर्माता के रूप में तैयार करना है जो कि एक सशक्त एवं अखंड भारत के निर्माण में सहायक हों। डॉ. मेहरोत्रा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं में एक अद्भुत शक्ति होती है, यदि युवा किसी कार्य को करने की ठान लें तो वे उसे हर हाल में पूरा करते हैं। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थी व यहां कार्यरत व सभी लोग जो स्वामी जी के विचारों को आत्मसात किए हुए हैं और राष्ट्रनिर्माण में अपना सहयोग दे रहे हैं वे भी युवा ही हैं भले ही उनकी आयु कितनी ही हो। 

डॉ. मेहरोत्रा ने कहा कि हमें राष्ट्रीय युवा दिवस को हमें ऐसे मनाना चाहिए कि जहां हम राष्ट्र के मान-सम्मान के प्रति सदैव सजग रहते हुए इसके उन्नति के लिए निरंतर प्रयासरत रहने को कृतसंकल्पित हों। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को बढ़ावा देने और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए इस रैली में भाग लेने वाले सभी को साधुवाद का पात्र बताया । इस रैली के द्वारा विद्यार्थियों ने स्वामी जी के विचारों को आत्मसात करते हुए स्वयं को समाज में सक्रिय योगदानकर्ता बनने के लिए दृढप्रतिज्ञ होने का सकंल्प लिया।

इस दौरान श्री निखिल त्यागी, राम प्रकाश तिवारी, शिकेब मजीद, डॉ. सुपुर्णा पंडित आदि के साथ सुभारती एनएसएस, एनसीसी व सुभारती डिफेंस एकेडमी के कैडेट्स व विद्यार्थियों के अतिरिक्त सुभारती सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे।

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