नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ: महाराष्ट्र में एक समावेशी और मजबूत स्किलिंग इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने शुक्रवार को पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में विश्व मराठी सम्मेलन 2025 के अवसर पर मराठी भाषा में स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) प्लेटफॉर्म का अनावरण किया।
श्री फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ सिद्ध का मराठी संस्करण लॉन्च किया, जो प्रोफेशनल छात्रों और शोधकर्ताओं को वैल्यूबल कंटेंट के साथ अधिक प्रभावी ढंग से जुड़ने में सक्षम बनाएगा, जिससे पूरे महाराष्ट्र में व्यापक ज्ञान प्रसार सुनिश्चित होगा। भाषा की बाधाओं को तोड़कर यह पहल भाषाई समावेशिता को बढ़ावा देती है और नागरिकों को उनकी मातृभाषा में आवश्यक जानकारी प्रदान करके सशक्त बनाती है, जैसा कि एनईपी 2020 में कल्पना की गई है। यह प्लेटफॉर्म युवाओं को 7000 से अधिक कौशल पाठ्यक्रमों में खुद को कुशल बनाने में सहायता करेगा, जिसमें उद्योग 4.0 पाठ्यक्रम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे कुछ नाम शामिल हैं। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत (लोकसभा सदस्य), श्रीरंग बारणे (महाराष्ट्र विधान परिषद सदस्य), नीलम गोरे (महाराष्ट्र विधान सभा सदस्य), सिद्धार्थ शिरोले (विधान सभा सदस्य), बापूसाहेब पठारे (एनएसडीसी के सीईओ) एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्रीवेद मणि तिवारी तथा विभिन्न क्षेत्रों के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एनएसडीसी के सीईओ श्रीवेद मणि तिवारी को मंत्री उदय सामंत द्वारा सम्मानित किया गया, जिन्होंने सिद्ध को जान सुलभता में बदलाव लाने वाली एक अग्रणी पहल के रूप में आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री तिवारी इनोवेशन को बढ़ावा देने शिक्षा के साथ टेक्नोलॉजी को एकीकृत करने और यह सुनिश्चित करने में सबसे आगे रहे हैं कि कौशल विकास देश के हर कोने तक पहुंचे। उनके अथक प्रयासों ने सिद्ध को आषाई समावेशिता और सशक्तिकरण के लिए एक मॉडल के रूप में स्थापित किया है। समारोह में बोलते हुए और कौशल और डिजिटल सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए श्री तिवारी ने कहा, "सिद्ध ने एक साल से अधिक समय में राष्ट्रीय स्तर पर 1.26 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन दर्ज किए हैं। यह हजारों कौशल पाठ्यक्रमों की पेशकश कर रहा है और मराठी संस्करण के अनावरण के साथ एनएसडीसी लाखों मराठी भाषी युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपने करियर की संभावनाओं को अनलॉक करने में मदद करने के लिए प्लेटफॉर्म की उपयोगिता का प्रदर्शन कर रहा है।
रजिस्ट्रेशन के मामले में महाराष्ट्र देश के शीर्ष पांच राज्यों में से एक है, जबकि यूजर ट्रैफिक के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर 30 प्रतिशत के साथ यह उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है। मराठी संस्करण के अनावरण के साथ कौशल पाठ्यक्रमों और प्लेटफ़ॉर्म की लोकप्रियता और रजिस्ट्रेशन में और वृद्धि होगी। मराठी उन 23 भाषाओं में से एक है जिसमें इस प्लेटफॉर्म तक पहुंचा जा सकता है। राज्य में सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में वेब डिज़ाइन साइबर सिक्योरिटी किसान ड्रोन ऑपरेटर शामिल हैं। 43,000 से अधिक महिला यूजर्स ने विभिन्न ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में एनरोल किया है, जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक की उम्र 30 वर्ष से कम है। राज्य से नामांकन आकर्षित करने वाले शीर्ष क्षेत्रों में आईटी-आईटीईएस उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं। लोग अपनी मूल भाषा में अधिक प्रभावी ढंग से सीखते हैं, इसलिए कौशल विकास और उद्यशीलता मंत्रालय एनएसडीसी के साथ मिलकर अधिकतम परिणाम प्राप्त करने के लिए स्थानीय भाषाओं में कौशल पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने पर काम कर रहा है।
श्री तिवारी ने क्षेत्रीय समावेशिता और डिजिटल परिवर्तन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा सिद्ध के मराठी संस्करण के अनावरण के साथ हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि भाषा कभी भी कौशल में बाधा नहीं बनेगी। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के विज़न के अनुरूप है जो शिक्षा और कौशल विकास में क्षेत्रीय भाषा संचार के महत्व पर जोर देती है। हम महाराष्ट्र के युवाओं और वैश्विक मराठी समुदाय को भारत के रोजगार और डिजिटल स्किलिंग इकोसिस्टम में सहजता से एकीकृत करने में सक्षम बना रहे हैं।" श्री तिवारी ने क्षेत्रीय समावेशिता और डिजिटल परिवर्तन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, "सिद्ध के मराठी संस्करण के अनावरण के साथ हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि भाषा कभी भी कौशल में बाधा नहीं बनेगी। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के विज़न के अनुरूप है, जो शिक्षा और कौशल विकास में क्षेत्रीय भाषा संचार के महत्व पर जोर देती है। हम महाराष्ट्र के युवाओं और वैश्विक मराठी समुदाय को भारत के रोजगार और डिजिटल स्किलिंग इकोसिस्टम में सहजता से एकीकृत करने में सक्षम बना रहे हैं।" सिद्ध एक व्यापक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जिसे भारत और विदेश दोनों में कौशल अवसरों करियर मार्गदर्शन और अवसरों तक पहुँचने के लिए विकसित किया गया है। महाराष्ट्र भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, इसलिए कुशल कार्यबल की माँग अधिकतम होगी।
राज्य को 2028 तक 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के साथ स्किल एम्प्लॉयमेंट एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन (एसईईआईडी) द्वारा 2023 में राज्य में एक जिला-वार स्किल गैप एनालिसिस रिपोर्ट आयोजित की गई थी। सर्वे में पारंपरिक और नए युग के क्षेत्रों में कौशल अंतर को समझने के लिए राज्य भर में 1500 से अधिक उद्योगों और 200,000 से अधिक ट्रेनीज़ को शामिल किया गया और तत्काल हस्तक्षेप के लिए क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक्स ऑटोमोटिव कृषि बीएफएसआई और आईटी/आईटीईएस की पहचान की गई।
2023 के सर्वे में श्रम बल की भाषा दक्षता का भी परीक्षण किया गया और पाया गया कि सैम्पल में शामिल अधिकांश कर्मचारियों ने मराठी भाषा की दक्षता पर बहुत अधिक जोर दिया। उद्योग जगत के 95 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने अपेक्षा की कि कार्यबल को मराठी भाषा आती होगी जबकि 83 प्रतिशत से अधिक ने हिंदी भाषा का ज्ञान होने की अपेक्षा की। महाराष्ट्र इंडस्ट्री और कॉमर्स का केंद्र है। यह पहल युवा उम्मीदवारों को अपने कौशल को उन्नत करने और कार्यबल में कुशलतापूर्वक एकीकृत करने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करेगी।
अनावरण कार्यक्रम में प्लेटफ़ॉर्म की प्रमुख विशेषताओं पर वीडियो शामिल था, जिसमें इसके यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस और युवाओं को 50,000 से अधिक इंडस्ट्री पार्टनर और 5.5 लाख अप्रेंटिसशिप अवसरों से जोड़ने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। सिद्ध का मराठी संस्करण आकांक्षाओं और अवसरों के बीच एक पुल के रूप में काम करेगा, जो भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने के मिशन को आगे बढ़ाएगा। इसके अतिरिक्त प्लेटफॉर्म में युवाओं के बीच नौकरी की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए इंडस्ट्री-स्पेशिफिक स्किल मॉड्यूल, सर्टिफिकेशन प्रोग्राम और इम्प्लॉयर के नेतृत्व वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल होंगे।
No comments:
Post a Comment