नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। अरूणम कॉलोनी स्थित नवनिर्मित जैन मन्दिर में चल रहे पंचकल्याणक
महोत्सव में बुधवार को मोक्ष कल्याणक मनाया गया। जिसमें पंडित नरेश कुमार जैन कासंल
(हस्तिनापुर) पंडित प्रमोद शास्त्री (हस्तिनापुर) तथा सहप्रतिष्ठाचार्य पंडित पुष्पेन्द्र
शास्त्री (दिल्ली) के द्वारा सुबह मंत्र अराधना, नित्य पूजा, मोक्ष कल्याण पूजा एवं
वृहद हवन सम्पन्न करवाया गया।
मुनि श्री 108 अनुमान सागर के सानिध्य में सैकड़ों बच्चों को धार्मिक-शैक्षिक
संस्कार देते हुए मेरठ में जैन धर्म पाठशाला की शुरुआत करायी गई। अपने संबोधन में उन्होंने
कहा कि संस्कार बढ़ते हैं तो पूज्यता बढ़ती है। जिससे आचरण आता है। धर्म का काम जोड़ना
है और मन्दिर बनने से धर्म और समाज जुड़ता है। श्री महाराज ने मोक्ष कल्याणक के विषय
में बहुत ही सरल शब्दों में समझाते हुए कहा कि अष्ट करम के नाश से सिद्धत्व प्राप्त
होता है जो मोक्ष का करण है। जो कि मनुष्य के शरीर में क्रमशः मूलाधार चक्र जोकि पृथ्वीतत्व
माना जाता है, उससे सम्यक दर्शन की प्राप्ति होती है। उन्होंने पंचकल्याणक महोत्सव
की प्रशंसा करते हुए सभी पात्रों एवं कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहां कि
मेरे द्वारा किए गए लगभग 250 पंचकल्याणें में यह सवश्रेष्ठ पंचकल्याणकों में से एक
है। मन्दिर में प्रतिमाओं के प्राण प्रतिष्ठा सहित सभी कार्य सम्पन्न हो गए, जिससे
मन्दिर में धार्मिक व अध्यात्मिक लाभ के लिए दर्शन एवं पूजन शुरू हो गया। भारी जनसमुदाय
के बीच भगवान महावीर के जयकारों के साथ पंडित नरेश कुमार जैन कासंल (हस्तिनापुर) द्वारा
मंत्र उच्चारण करते हुए अविरल जैन एवं आदि जैन द्वारा शिखर पर कलश एवं झण्डा स्थापना
किया गया।
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