नित्य संदेश ब्यूरो
मोदीपुरम। गुरुवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत प्यारेलाल शर्मा जिला चिकित्सालय के मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा " दुआ से दवा कार्यक्रम" के तहत साईं मंदिर कंकरखेड़ा में शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 40 मरीजों की जांच और उन्हें मानसिक रोगों के बारे में बताते हुए बचाव के उपाय बताएं गए। जिला चिकित्सालय के मानसिक रोग विभाग की स्वास्थ्य टीम में डॉ विभा नागर तथा डॉक्टर विनीता शर्मा द्वारा मरीजों की काउंसलिंग की गई, बुद्धि की जांच और प्रचार प्रसार किया गया, साथ ही शिविर में आए व्यक्तियों की जांच की गई। डॉक्टर विनीता शर्मा ने मरीजों को बताया कि वह मामूली मामूली घरेलू बातों को लेकर भी तनाव ले रहे है। ओर अपने अपने कारोबार को लेकर भी उसमें दिनचर्या का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वही खान पान ओर रात में सोने के समय ओर जागने के समय में भी काफी बदलाव लोगो के जीवन में बदल गया है।
घबराहट, बेचैनी, नींद की कमी और आत्म हत्या के विचार आना मानसिक रोग के लक्षण है। ये व्यक्ति को तब होता है। जब वह सकारात्मक की बजाय हर समय नकारात्मकता के भाव अपने मन में जागृत करता है। इसके अलावा देवी, देवता, भूत प्रेत जिन्न आदि का सवार होना भी मानसिक रोग के लक्षण है। इसके बचाव के लिए सबसे पहले रोगी को अपनी कोई भी समस्या में हो उसे अपने परिवार, या दोस्त से शेयर जरूर करे ओर सकारात्मक सोचे। व्यक्ति को भूतकाल और भविष्य काल को छोड़कर वर्तमान में जीना चाहिए। तो वह कभी भी इस बीमारी से ग्रस्त नहीं होगा। शिविर में आए मरीजों को काउंसलिंग करने के बाद आवश्यकता नुसार प्यारेलाल शर्मा जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु रेफर किया गया। शिविर में कुल 40 मरीजों की जांच की गई।
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