अशोक कुमार
नित्य संदेश, मेरठ। मकान मालिक अपने घरों में किरायेदार रखकर अपनी आमदनी बढाने का काम तो कर लेते हैं, लेकिन इसकी सूचना अपने क्षेत्रीय थाना पुलिस को नहीं देते, जबकि सरकार ने किराएदार के सत्यापन को अनिवार्य किया है।
थाना सदर बाजार स्थित मौहल्ला धर्म पुरी सदर में मौहम्मद फारूक के मकान पर किराएदारो के सत्यापन को पहुंची पुलिस को देख कर मकान मालिक के परिवार में हड़कंप मच गया। बताया गया है कि फारूक के मकान में 34-35 बंगाली परिवार किराए पर पिछले लगभग छः सात साल से रह रहे हैं। जो बंगाल के मूल निवासी बताएं जा रहे हैं। जिनका मकान मालिक द्वारा आज तक सत्यापन नहीं कराया गया। पुलिस ने किराएदारों से आधार कार्ड व जरूरी जानकारी हासिल की है। वहीं लोगों का आरोप है कि फारूक द्वारा कैंट बोर्ड से भी किराएदारो की जानकारी छुपाई गई है।
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