अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। वीर बाल दिवस-2024 के मौके पर स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा गुरुवार को 10वें सिख गुरु- गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों की याद में मनाया गया। इस अवसर पर एनएसएस प्रकोष्ठ, एसवीएसयू, मेरठ के द्वारा छात्रों के बीच एक जागरूकता रैली निकाली गई। जो विश्वविद्यालय परसर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कुलपति कार्यालय पहुंची। कुलपति मेजर जनरल (डॉ.) जी.के. थपलियाल, एसएम (से.नि.) और रजिस्ट्रार, ग्रुप कैप्टन एम. याकूब ने कुलपति कार्यालय परिसर में बलिदान स्मृति जागरुकता रैली का स्वागत किया।
कुलपति (डॉ.) जी.के. थपलियाल ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमें साहिबजादों की बहादुरी और बलिदान को सदैव याद रखना चाहिए और उनकी कहानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 'वीर बाल दिवस' हमें युवा आत्माओं की अटूट साहस की याद दिलाता है जो उत्पीड़न और अन्याय के सामने खड़े हुए। उन्होंने साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह जैसे युवा दिलों की बहादुरी पर भी जोर दिया, जो हमें सिखाते हैं कि वीरता के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है। कुलपति ने यह भी कहा कि वीर बाल दिवस की विरासत हर बच्चे को न्याय के लिए साहस और धार्मिकता के साथ जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।
विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रोफे. (डॉ.) सुभाष चंद्र थलेडी ने इस मौके पर कहा कि वीर बाल दिवस-2024 को मनाने के लिए एनएसएस प्रकोष्ठ के द्वारा एक काव्यपाठ प्रतियोगिता व भाषण प्रतियोगिता का भी विद्यार्थियो के मध्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने वीर साहिबजादों के बलिदान को अपने शब्दों में मार्मिक रूप से बयां किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने वीर बालको की शहादत से प्रेरणा लेते हुए स्वयं को राष्ट्रसेवा के पथ पर अडिग रखने की प्रतिज्ञा ली।
इस दौरान एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विशाल कुमार, राम प्रकाश तिवारी, गौरांग पाल पत्रकारिता विभाग के शिक्षक शैली शर्मा, शिकेब मजीद व शिक्षेणत्तर कर्मी कपिल गिल व बिजेंद्र आदि सैकड़ों एनएसएस स्वयंसेवकों के साथ उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment