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Friday, December 13, 2024

रक्त बैंक संचालन और अनियमितताओं के संबंध में चिंताएँ व्यक्त की

 



-रक्त का एक बैंक से दूसरे बैंक में बड़े पैमाने पर स्थानांतरण रोके जाने की मांग

नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ। नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स के संस्थापक एवं आईएमए के पूर्व सचिव डा. अनिल नौसरान ने Uttarakhand, Uttar pradesh,Delhi,Haryana and Rajasthan के State Blood Transfusion Council के डायरेक्टर को पत्र लिखकर रक्त बैंक संचालन और अनियमितताओं के संबंध में चिंताएँ व्यक्त की है।

उन्होंने पत्र के माध्यम से रक्त बैंकों के संचालन में चल रही समस्याओं के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और त्वरित समाधान की मांग की है। बताया कि एक रक्त बैंक से दूसरे रक्त बैंक में रक्त का बड़े पैमाने पर स्थानांतरण किया जा रहा है। यह प्रथा न केवल अपव्ययकारी है, बल्कि कुछ क्षेत्रों में रक्त आपूर्ति की कमी का कारण बन सकती है, जिससे आपातकालीन मामलों और नियमित मरीजों को समस्या हो सकती है, जो अपने स्थानीय क्षेत्रों में दान किए गए रक्त पर निर्भर रहते हैं। इस प्रथा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि रक्त आपूर्ति उन क्षेत्रों में बनी रहे, जहां से दान एकत्रित किया गया है।

रक्त की काला बाजारी को रोका जाएं

एक अन्य गंभीर चिंता रक्त की काला बाजारी की है, जो रक्त दान और ट्रांसफ्यूजन के नैतिक मानकों को कमजोर करती है। ऐसे मामलों की रिपोर्ट आई हैं कि जिनमें कुछ व्यक्ति और संगठन रक्त की गंभीर आवश्यकता का लाभ उठाकर इसे अवैध रूप से ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इस प्रथा की तुरंत जांच की जानी चाहिए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसमें सभी रक्त बैंकों के लिए उचित नियम और ऑडिट शामिल हों।

चैरीटेबल ट्रस्टों को रक्त बैंक लाइसेंस देने के नियमों की समीक्षा

जहां चैरीटेबल ट्रस्टों का उद्देश्य सार्वजनिक कल्याण के लिए सेवाएं प्रदान करना है, वहीं कुछ ट्रस्टों ने रक्त बैंकों को लाभकारी प्रतिष्ठानों में बदल दिया है। SBTC से अनुरोध है कि रक्त बैंक लाइसेंस देने के लिए पात्रता मानदंडों की गंभीरता से समीक्षा की जाएं, विशेष रूप से चैरीटेबल ट्रस्टों के लिए, और यह सुनिश्चित किया जाए कि ये संगठन केवल मानवता के उद्देश्यों के लिए काम करें, न कि आर्थिक लाभ के लिए। रक्त दान और ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। वे SBTC से अनुरोध करते है कि इन चिंताओं का समाधान शीघ्र करें और रक्त दान की पवित्रता और उद्देश्य को बनाए रखने के लिए सख्त नियम लागू करें। कई व्यक्तियों की भलाई इन सेवाओं पर निर्भर है, और उन्हें पूरा विश्वास है कि SBTC उनके समुदाय के हितों की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

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