नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। मेरठ महोत्सव-2024 का चौथा दिन सांस्कृतिक विविधताओं और सूफी संगीत के जादू से भरपूर रहा। दिन का मुख्य आकर्षण हर्षदीप कौर द्वारा प्रस्तुत सूफी नाइट रही, जिसने संगीत प्रेमियों को अभिभूत कर दिया। हर्षदीप कौर की दिल को छू लेने वाली आवाज़ और सूफी गीतों की प्रस्तुति ने दर्शकों को आनंदित किया और कार्यक्रम स्थल को मंत्रमुग्ध माहौल में बदल दिया।
मुख्य मंच की अन्य प्रस्तुतियां
अर्बन स्पार्क्स -
शहरी गर्मी द्वीप शमन
● डॉ. एम.के. त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर
● डॉ. एस.एस. सिरोही, सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, योजना
● डॉ. बीना यादव, एसोसिएट प्रोफेसर, कृषि विज्ञान केंद्र, हस्तिनापुर
● मॉडरेटर: राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी श्री अन्न, श्रेष्ठ अन्न
● डॉ. एम.के. त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर
● डॉ. एस.एस. सिरोही, सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, योजना
● डॉ. बीना यादव, एसोसिएट प्रोफेसर, कृषि विज्ञान केंद्र, हस्तिनापुर
मॉडरेटर: राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी, मेरठ
आर्ट फेस्टिवल एरिना: कला और संस्कृति का उत्सव
आर्ट फेस्टिवल एरिना: कला, संवाद और लोक संगीत का अद्भुत संगम
कार्यक्रमों का सारांश:
1. भजन और श्लोक वाचन:
○ प्रस्तुति: डॉ. सुभद्रा देसाई (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर)।
2. पैनल चर्चा:
○ विषय: "संस्कृति का पुनरावलोकन: कल, आज और कल।"
○ वक्ता:
■ तरुना वासु, निदेशक और डीन, परुल यूनिवर्सिटी।
■ डॉ. लवकुश द्विवेदी, वरिष्ठ फेलो, आईसीएसएसआर।
■ डॉ. आस्था गांधी, असिस्टेंट प्रोफेसर, अंबेडकर यूनिवर्सिटी।
■ अलका पांडे, आर्ट हिस्टोरियन और क्यूरेटर, इंडिया हैबिटेट सेंटर।
3. हुडो डांस:
○ प्रस्तुति: पंचाल रास मंडल (गुजरात गौरव पुरस्कार विजेता)।
4. शास्त्रीय भारतीय नृत्य:
○ प्रस्तुति: राकेश साई बाबू और उनकी टीम।
5. संगीत और लेखन पर चर्चा:
○ पैनलिस्ट:
■ डॉ. सुभद्रा देसाई, दिल्ली विश्वविद्यालय।
■ रेनी सिंह, सूफी गायिका।
■ मंदिरा घोष, लेखिका।
■ रामा सुंदर रघुनाथन, संगीतकार।
6. सरक थिएटर प्रदर्शन:
○ कलाकार: हबीब तनवीर आर्टिस्ट ग्रुप (नया थिएटर)।
7. बाल साहित्य पर चर्चा:
○ पैनलिस्ट:
■ महालक्ष्मी टी, नृत्यांगना और लेखिका।
■ मनीषा चौधरी, लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता।
■ शक्तिब्रत सेन, लेखक।
■ मॉडरेटर: अलका पांडे, आर्ट हिस्टोरियन।
8. खुसरो का नजराना:
○ थिएटर प्रस्तुति: लोकेश जैन और उनकी टीम।
9. राजस्थानी लोक संगीत:
○ कलाकार: मोती खान मांगनियार, जैसलमेर।
कार्यशालाएं और सत्र
चौथे दिन की कार्यशालाओं ने युवाओं और बच्चों को नए कौशल सीखने का अवसर दिया।
वर्कशॉप एरिना: सीखने और रचनात्मकता का केंद्र
कार्यशालाओं की मुख्य झलकियां:
1. हस्तक भारतीय शास्त्रीय नृत्य और थिएटर में:
○ आयोजक: इंटरनेशनल कथकली डांस ट्रूप।
2. संगीत में राम भजन सीखें:
○ प्रशिक्षक: डॉ. सुभद्रा देसाई।
3. ग्रास रूट इनोवेशन:
○ वक्ता: सुहैल शेख, नीति आयोग।
4. डिजिटल प्रिंटिंग और पैकेजिंग में तेजी लाएं:
○ प्रशिक्षक: आशीष वासुदेवा, एचपी इंडिया।
5. डेटा विश्लेषण:
○ प्रशिक्षक: मनन गुप्ता, एक्स्ट्रिया।
6. पॉडकास्ट इंटरव्यू कैसे करें:
○ प्रशिक्षक: अंजुम शर्मा।
7. करताल और राजस्थानी लोक संगीत की बुनियादी जानकारी:
○ प्रशिक्षक: भुट्टे खान।
8. कालबेलिया नृत्य सत्र:
○ प्रशिक्षक: भुंगर खान।
9. पोलियो जागरूकता अभियान:
○ प्रशिक्षक: अजय सक्सेना।
10. आवाज के साथ थिएटर कैसे करें:
○ प्रशिक्षक: लोकेश जैन।
11. आवाज माड्यूलेशन और थिएटर की बुनियादी जानकारी:
○ प्रशिक्षक: नया थिएटर।
12. महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता:
○ प्रशिक्षक: श्रीति सागर।
विशेष आकर्षण
● प्रदर्शनी और बिक्री:
क्षेत्रीय उत्पादों की प्रदर्शनी और लाइव डेमो।
● फूड फेस्टिवल:
विभिन्न प्रकार के पारंपरिक और आधुनिक व्यंजनों की स्वादिष्ट पेशकश।
● क्रिकेट कार्निवल:
खेल प्रेमियों के लिए विशेष क्रिकेट मैच।
● शॉपिंग उत्सव:
राष्ट्रीय और स्थानीय विक्रेताओं द्वारा हस्तशिल्प, कपड़ों और अन्य उत्पादों का प्रदर्शन।
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