फरमान अब्बासी
नित्य संदेश, मुज़फ्फरनगर। जनपद में मंत्री गुलाम मोहम्मद अब्बासी की आमद से अब्बासी समाज गदगद दिखा। जनपद के बॉर्डर से ही उनका स्वागत शुरु हो गया, हालांकि गाज़ियाबाद से लेकर मुज़फ्फरनगर तक भव्य स्वागत हुआ।
वक्फ विकास निगम निदेशक गुलाम मोहम्मद अब्बासी रविवार को शहर पहुंचे, सबसे पहले उन्होंने मुज़फ्फरनगर के अब्बासी समाज के जिम्मेदारों से मुलाकात की। इसके बाद पत्रकार मास्टर इसरार की पत्नी के निधन होने के कारण उनके आवास पर पहुंचकर दुख जताया।
फिर सीधे सर्किट हाउस पहुंचे और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से वार्ता के बाद दिशा निर्देश दिए। इसके बाद मंत्री गुलाम मोहम्मद अब्बासी ने वरिष्ठ लेखक फरमान अब्बासी से गर्मजोशी से मुलाकात के बाद लद्दावाला के अज्जू अब्बासी, मदीना चौक निवासी आशु अब्बासी, जाकिर कालोनी निवासी ताहिर अब्बासी, पत्रकार सलाऊदीन अब्बासी के आवास पर पहुंचकर उनसे अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर बातचीत की और जिले के हालातो पर चर्चा की। लेखक फरमान अब्बासी के निवास स्थान पर पत्रकार अनवर हसन, प्राइम मिरर टाइम्स के संपादक डॉ रहिस अल्वी, तलत की आवाज़ के संपादक काशिफ तलत, शारिक आलम आदि लोगों ने मुलाकात की।
मंत्री गुलाम मोहम्मद अब्बासी ने लेखक फरमान अब्बासी व पत्रकार सलाऊदीन अब्बासी को वक्फ तथा अल्पसंख्यक समाज के कल्याण हेतु अपनी निजी राय और सहयोग देने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि जल्द ही पुनः मुज़फ़्फ़रनगर आकर मदरसों का निरीक्षण करूंगा।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर वक्फ की जमीनों पर कब्जा है, चंद लोग मलाई खा रहे है, इसलिए ही वक्फ संशोधन बिल संसद में पेश हुआ है ताकि वो चेहरे बेनकाब हो जो वक्फ के जिम्मेदार बनकर मलाई चाट रहे है, और पसमांदा मुस्लिमो को सिर्फ इस गुमान में रखा है कि आपके पास बहुत ज़मीने हैं।
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