नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय में भारतीय सेना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर सेवा दे चुके और वर्तमान में शोभित विश्वविद्यालय में कार्यरत भूतपूर्व सैनिकों ने अपने अनुभव और विचार साझा किए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ऑनरेरी सूबेदार विष्णु दत्त शर्मा ने कहा, "एक सैनिक हमेशा सैनिक रहता है, चाहे वह सेवा में हो या सेवानिवृत्त।"
सूबेदार विजेंद्र कुमार, जो वर्तमान में विश्वविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, ने कहा, "मैं आज भी खुद को देश का सैनिक मानता हूं और अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा के साथ निभाता हूं।" वहीं, हवलदार उम्मेद सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि "सेना में मिली ट्रेनिंग जीवनभर उपयोगी रहती है और कठिन परिस्थितियों में भी मार्गदर्शन करती है।"
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के निदेशक, डॉ. सहदेव सिंह ने भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास और देश के प्रति उसके अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला। कुलसचिव डॉ. गणेश भारद्वाज और विश्वविद्यालय के एनसीसी प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ. कुलदीप कुमार ने भारतीय सेना के गठन और उसके ऐतिहासिक पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. डॉ. विनोद कुमार त्यागी ने भारतीय सेना के इतिहास और उसकी वीरता की गाथाओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना न केवल हमारे देश की रक्षा का प्रतीक है, बल्कि देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
कार्यक्रम के समापन पर भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। वर्तमान में शोभित विश्वविद्यालय में कार्यरत ऑनरेरी सूबेदार विष्णु दत्त शर्मा, सूबेदार विजेंद्र कुमार, और हवलदार उम्मेद सिंह तोमर को विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव द्वारा शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
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