नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भारतीय
चिकित्सा संघ (आईएमए) ने स्वामी विवेकानंद जयंती, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप
में मनाया जाता है, पर युवाओं और समाज के सभी वर्गों को स्वामी विवेकानंद के
दर्शन और आदर्शों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया है। यह दिन युवाओं को उनकी अपार क्षमता
और समाज में उनके योगदान का स्मरण कराने का अवसर है।
आईएमए की अध्यक्षा
डा. अनुपम सिरोही, आईएमए के सचिव डा. सुमित उपाध्याय ने बताया कि स्वामी विवेकानंद का जीवन दर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना उनके समय
में था। उनका मानना था कि हर व्यक्ति के भीतर दिव्यता का वास है और
यदि उस दिव्यता को पहचाना जाए, तो समाज में अद्वितीय परिवर्तन हो सकते हैं। उनका संदेश
आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और आत्म-जागरूकता का है, जो
हर युवा को प्रेरित करता है कि वे अपने जीवन के उद्देश्य को समझें और समाज की सेवा
में योगदान दें। स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं में सहिष्णुता और विविधता के प्रति
सम्मान को विशेष महत्व दिया गया है। उन्होंने सभी धर्मों और आध्यात्मिक पथों को
समान महत्व दिया और उन्हें मानव कल्याण का साधन माना। आज के समय में जब
समाज विभिन्न प्रकार की चुनौतियों और विभाजनों का सामना कर रहा है, स्वामी
जी का संदेश हमें सिखाता है कि विविधता में एकता ही हमारी ताकत है। उनकी शिक्षाएं
हमें समावेशिता, सहिष्णुता और समझ का मार्ग दिखाती हैं, जो
एक समरस समाज के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
स्वामी
विवेकानंद का यह विश्वास कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि
यह व्यक्ति के समग्र विकास का माध्यम होनी चाहिए, आज भी प्रेरणादायक है। उन्होंने
युवा शक्ति को देश के विकास का आधार माना और कहा कि यदि युवा जाग जाएं, तो
कोई भी शक्ति देश को महान बनने से नहीं रोक सकती।
इस
विशेष अवसर पर आईएमए मेरठ द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं
तक पहुँचाने और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए विशेष कार्यक्रमों
का आयोजन किया जा रहा है।
1. साइकिल रैलीः साइकिल रैली सुबह सारस्वती शिशु मंदिर, शास्त्री
नगर से प्रारंभ होगी। यह रैली स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को प्रचारित
करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। रैली में विभिन्न आयु वर्ग के लोग
हिस्सा लेंगे और स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
2. टेबल टेनिस प्रतियोगिताः युवाओं को खेल के माध्यम से
प्रोत्साहित करने और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करने के लिए
टेबल टेनिस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता युवाओं को उनकी
प्रतिभा को निखारने और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान
करेगी। शारिरिक व्याम से कोर बोर्डी एक्सासाईज जैसे कि प्लैन्क नौकाआसन के माध्यम
द्वारा अपनी शारिरिक क्षमत को बढाना व पेट के मोटापे को कम करना जिससे की मधुमय, ब्लेड
प्रैशर व थाईराइ की बिमारियो से बचाव हो सकता है।
3. स्वामी विवेकान्द जी के बारे मे निबंन्ध प्रतियोगिताः समस्त
आईएमए के सदस्यों के परिवार जन द्वारा नीचे दिये गये किसी एक विषय पर निबन्ध
1. स्वामी विवेकानन्द जी जीवने
परिचर्य.
2. स्वामी विवेकानन्द के द्धष्टि कोण
से आज के युग मे आर्दश जीवन शैली कैसी होनी चाहिये।
3. विवेकानन्द जी के द्वारा दिये गये
मुख्य संदेश।
भारतीय
चिकित्सा संघ का मानना है कि स्वामी विवेकानंद का संदेश आज की युवा पीढ़ी को
प्रेरित करने के लिए आदर्श है। उनका जीवन हमें सिखाता है कि समाज के प्रति
जिम्मेदारी और आत्म-विश्वास के साथ किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। आईएमए
सभी नागरिकों से आग्रह करता है कि वे इस राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद
के आदर्शों को आत्मसात करें और समाज के विकास और उन्नति में अपनी भूमिका
निभाएं।
4. सहभोज कार्यक्रमः मकर सक्रान्ति के उपलक्ष्य मे आईएमए परिसर
मे खिचडी सहभोज का आयोजनः खिचडी एक आर्दश भोजन है जो कि हमारे शरीर के पोषण
समबंन्धि आवश्यकताओ को पूर्ण करती है।
5. लोहडी उत्सव 13 जनवरी सॉय 7 बजे
आईएमए परिसर मे मनाया जायेगा:
6. गणतंत्र के उपलक्ष्य मे ध्वजा रोहण व सास्कृतिक कार्यक्रम
का आयोजन आईएमए परिसर मे किया जायेगा।
7. कुष्ट दिवस 30 जनवरीः कुष्ट रोगियों को आहार खादय
सामिग्री आदि का वितरण किया जायेगा।
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