नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। दिगंबर जैन मंदिर कमला नगर में विराजमान आचार्य श्री ज्ञेय सागर ने प्रातः काल प्रवचन करते हुए कहा कि यह जीव अपनी क्रिया तथा अपने भावों से जैसे कार्य करता है, उसी प्रकार के कर्मों को बांध लेता है और भविष्य में आने वाले जन्मों में उसको उसी प्रकार का फल प्राप्त होता है।
यदि वह किसी को गाली देता है तो स्वयं गली को प्राप्त होता है, किसी का धन हड़पता है तो उसका भी धन हड़प लिया जाता है, किसी को चोट पहुंचाता है तो उसको भी चोट पहुंचती है। इसी प्रकार उन्हें विशेष कर एक बात कहीं जो आजकल हम आमतौर पर व्यवहार में महसूस करते हैं कि कोई किसी का उपहास कहीं भी उड़ा देता है हमें यह बात समझनी चाहिए कि यदि हम किसी का इस जन्म में उपहास उड़ाएंगे तो भविष्य में हमारा भी उपहास उड़ाया जाएगा, भले ही हमारी कोई गलती हो या ना हो, इसलिए हम सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी भी प्रकार किसी का उपहास न करें, ताकि भविष्य में हम इससे होने वाले दुख से बच सके।
इस अवसर पर वीरेंद्र जैन, संजय जैन, प्रवीण जैन, अभिनव जैन, सुनील जैन प्रवक्ता तथा शहर के अन्य भक्त लोग वहां पर उपस्थित रहे। मुनी प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि महाराज श्री सुबह 8:00 बजे वसु नन्दी बिहार में प्रवेश करेंगे तथा आहार चर्या के उपरांत 1:30 बजे जानी ग्राम के लिए बिहार करेंगे। आचार्य श्री का 17 तारीख को बड़ा गांव जैन मंदिर में प्रवेश होगा।
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