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Tuesday, January 28, 2025

तनाव प्रबंधन और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला आयोजित


अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के तहत लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज विभाग ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का विषय तनाव प्रबंधन और भावनात्मक स्वास्थ्य दृ छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को समझना, समाधान और सुधार रहा। 

इस कार्यशाला का आयोजन स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय और मानसिक स्वास्थ्य मिशन इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार और डॉ इसराइल मिया, विभागाध्यक्ष (सेवानिवृत्त), मनोविज्ञान विभाग, मेरठ कॉलेज, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की प्रभारी डॉ. नियति गर्ग, असिस्टेंट प्रोफेसर (मनोविज्ञान), लिबरल आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज विभाग, कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय ने सत्र की शुरुआत की। उन्होंने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया। और आवश्यकता पड़ने पर सहायता लेने के लिए प्रेरित किया।

मुख्य वक्ता डॉ. संजय कुमार ने छात्रों और शिक्षकों को तनाव और भावनात्मक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जागरूक किया। डॉ. संजय कुमार ने तनाव की अवधारणा को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि तनाव एक मनोवैज्ञानिक और शारीरिक प्रतिक्रिया है, जो किसी व्यक्ति की मानसिक स्थिति और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। उन्होंने तनाव के विभिन्न प्रकारों और छात्रों में तनाव के सामान्य कारणों पर प्रकाश डाला। विशेष रूप से, उन्होंने छात्र जीवन में तनाव के प्रमुख कारणों की चर्चा की, जिसमें अकादमिक दबाव, सामाजिक चुनौतियां और भविष्य की चिंताएं शामिल हैं।

कार्यशाला में तनाव का स्वास्थ्य, प्रदर्शन और व्यक्तिगत विकास पर पड़ने वाले प्रभावों पर विशेष ध्यान दिया गया। डॉ. कुमार ने बताया कि तनाव का छात्रों के स्वास्थ्य, प्रदर्शन और आत्म-विकास पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। यह मानसिक बीमारियों, एकाग्रता की कमी, और आत्मविश्वास में गिरावट का कारण बन सकता है।

कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष डॉ सुधीर कुमार त्यागी एवं विभाग के अन्य प्रतिष्ठित शिक्षक डॉ मोनिका मेहरोत्रा, डॉ. दुर्वेश कुमार, डॉ. अमृता चौधरी, डॉ. दिनेश कुमार और डॉ. लवली भी उपस्थित रहे। सभी ने अपने विचार और अनुभव साझा किए। विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

कार्यशाला में एक इंटरैक्टिव सत्र भी रखा गया, जिसमें छात्रों ने अपनी समस्याएं साझा कीं और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किए। छात्रों ने तनाव प्रबंधन से जुड़े विभिन्न प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उन्हें मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के व्यावहारिक सुझाव दिए।

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