नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ।
बागपत रोड स्थित विद्या विश्वविद्यालय के विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी
में विद्या कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के तत्वावधान में टेडेक्स कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें देश के
विभिन्न हिस्सों से लब्ध-प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अनुभव साझा किए।
वक्ताओं
ने अपने अनुभव के साथ जीवन में सफलता प्राप्त करने के मंत्र बताए। कार्यक्रम में
गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में रामलला के वस्त्रों को डिजाइन करने वाले फैशन डिजाइनर एवं
सोशल एंटरप्रेन्योर मनीष त्रिपाठी के साथ सुप्रसिद्ध सस्टेनेबिलिटी डिजाइन
प्रोफेशनल पद्म राज केशरी मौजूद रहे। उन्होंने फैशन की दुनिया में सफलता प्राप्त
करने के गुर बताए। विद्या विश्वविद्यालय के विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी
में विद्या कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से टेडेक्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं विद्यागान से
किया गया। सबसे पहले संस्थान की निदेशिका डॉ. रीमा वार्ष्णेय ने सभी अतिथियों का
स्वागत पौध भेंट कर किया। इसके बाद आरजे आरती मल्होत्रा ने सभी अतिथियों का परिचय
दिया।
विद्या
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रदीप कुमार जैन ने कहा कि विद्या को यूनिवर्सिटी
बनाने का जो एक प्रण था वह आज साकार हो गया। विद्या विश्वविद्यालय एक बड़ी उपलब्धि
है। अकादमिक और रचनात्मकता के क्षेत्र में विद्या नित नए कीर्तिमान स्थापित
कर रहा है। प्रतिकुलाधिपति विशाल जैन ने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि विद्या को
इतना बड़ा आयोजन करने का अवसर प्राप्त हुआ। आज विद्या न केवल एनसीआर बल्कि पूरे देश
में और इस प्रकार के आयोजनों से पूरी दुनिया में पहचान स्थापित कर रहा है। गेस्ट
ऑफ ऑनर मनीष त्रिपाठी ने कहा कि भविष्य में संबंध बनाने के लिए अपने आस-पास के
पारिस्थितिकी तंत्र को आत्मसात करें और उसका उपयोग जीवन में आगे बढ़ने के लिए करें।
वहीं पद्म राज केशरी ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए अपने सभी इंद्रीयों का उपयोग
कर मैजिक को लॉजिक में बदलें।
टेडेक्स
में कुल 21 वक्ताओं ने जीवन में सफलता के अनुभव को लेकर विचार
प्रस्तुत किए,
जिसमें सुप्रसिद्ध सस्टेनेबिलिटी डिजाइन प्रोफेशनल पद्म राज केशरी, फैशन डिजाइनर एवं सोशल एंटरप्रेन्योर मनीष त्रिपाठी, मैनेजिंग डायरेक्टर एंड सीईओ लॉजिट्रस्ट ग्लोबल सॉल्यूशन
प्राइवेट लिमिटेड के डॉक्टर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह,
डायरेक्टर एवं सीनियर आई सर्जन, सूर्या आई केयर सेंटर दिल्ली के डॉ. राकेश जोशी, फाउंडर मैनेजिंग डायरेक्टर डिजिटल धनु प्राइवेट लिमिटेड के
धनु सिंह, फाउंडर फाइनेंशियल मेंटोर विभोर फिनकेयर के विभोर जैन, एमडीएस, पीएचडी बायोफोटोनिक्स डॉ.
चंद्रशेखर यवागल, प्रोडक्ट मैनेजर-एआई तोमरा
सोर्टिंग जर्मनी के इंद्रजीत प्रसाद, ईएनटी सर्जन, फाउंडर डॉक्सट्रीट हेल्थकेयर के डॉ. विवेक पाठक, फाउंडर एवं डायरेक्टर मोबिना के अकिल उर रहमान, फाउंडर डायरेक्टर रॉयल ट्रेडिंग लैब के हर्ष वर्मा, क्रिएटिव डायरेक्टर अंस इंटीरियर डिजाइनर सपना अग्रवाल, ग्लोबल पीआर कंसल्टेंट और पॉडकास्टर ममता ढींगरा, साइकोलॉजिस्ट एंड असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आकृति मेहता, डाइटिशियन सीईओ एवं फाउंडर दी डाएक्स एक्सपर्ट सिमरत
कथूरिया, फाउंडर एवं सीईओ सिद्धांथा वेल्थ मैनेजर्स की शारदा दीपकराज
लाला, को-फाउंडर प्रॉपशॉप राघव मिश्रा, इनफ्लुएंसर अंकुश शर्मा, ट्रांसलैब टेक्नोलॉजी के सीईओ
गगनजीत सिंह वजीर, स्परमोटाइल एवं सीओओ के संस्थापक
दिलीप के. प्रसाद, रेबेका डिजिटल के सीईओ जन्मेजय
साहू शामिल रहे।
कार्यक्रम
का संयोजन फैशन कॉलेज की निदेशिका डा. रीमा वार्ष्णेय, टेडएक्स वक्ता एवं गोल्डन स्पैरो के निदेशक डॉ.तिलक तंवर
एवं ऑल इंडिया रेडियो की आरजे आरती मल्होत्रा के साथ इंपैक्ट एज इंडिय के सह
संस्थापक विश्व मोहन सिंह ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी वक्ताओं एवं अतिथियों
को स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। टेडेक्स के समापन पर पत्रकारिता एवं जनसंचार
विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.ममता भाटिया ने सभी अतिथियों, वक्ताओं, उपस्थित श्रोताओं, शिक्षकों और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम
का संचालन बीएजेएमसी के छात्र अनमोल पाहवा एवं बीबीए की छात्रा नंदिनी कौशिक ने
किया। इस मौके पर विद्या विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रदीप कुमार जैन, प्रति कुलाधिपति विशाल जैन,
कुलपति डॉ.हिरेन दोषी के साथ, एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्रेया जैन, कुल सचिव विजय कुमार दुबे,
विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव
टीचिंग की संस्थापक निदेशिका डॉ.अनिता कोटपाल, विद्या स्कूल ऑॅफ बिजनेस की
निदेशिका डॉ.वसुधा शर्मा, विद्या इंजीनियरिंग कॉलेज के
निदेशक डॉ. अश्विनी वशिष्ठ, वीआईएमएस के निदेशक डॉ. निशांत
वर्मा, विद्या ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य विनीत सूद के साथ
विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी एवं बड़ी संख्या में
छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का योगदान रहा।
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