नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। गुरुवार को शब-ए-बारात का पर्व है, इस दौरान जमीयत उलमा हिंद
की ओर से अपील की गई है कि जिस तरह पिछले सालों में आतिशबाज़ी से परहेज़ किया गया,
उसी तरह इस साल भी दूरी बनाए रखें। ऐसे कामों से खुद भी बचें और करने वालों को भी रोकें।
नायब शहर काजी जैनुल राशिद्दीन ने कहा कि इस रात को इबादत और दुआओं
में सर्फ करें। शाबान (शब्बेरात) को महीने में ज़्यादा से ज़्यादा कुरान पढ़ें और इबादत
करें, दीनी जलसों में शरीक हों और अगले दिन रोज़ा रखें। इस रात को शब्बेरात के जलसे
भी होंगे, इसलिए कोई काम ऐसा न करें जिससे शहर की फिज़ा खराब हो। क्योंकि शहर सबका
है, इसमें अमन चैन कायम करने की जिम्मेदारी हमारी और सबकी है। आप अपने बच्चों को उर्दू
और कुरान पाक ज़रूर पढ़ायें। दीनी व दुनियावी दोनों तालीम बच्चों को ज़रूर दिलायें।
अभी से ही रमज़ान की तैयारी में लग जायें, क्योंकि शाबान (शब्बेरात) के महीने के बाद
अगला महीना रमज़ान का है। नमाज़ पाबन्दी के साथ पढ़ने की हिदायत करें।
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