नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। बिजली के निजीकरण
के विरोध में प्रान्त व्यापी प्रदर्शन 97वें दिन मंगलवार को जारी रहा। निर्णय लिया
गया कि आगामी 08 मार्च को लखनऊ में संघर्ष समिति के सभी केंद्रीय प्राधिकारियों की
संयुक्त बैठक होगी, जिसमें आंदोलन के अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी।
संघर्ष समिति मेरठ के पदाधिकारियों
इं. सीपी सिंह (सेवानिवृत), इं. कृष्ण कुमार साराश्वत, इं. निखिल कुमार, इं. अलोक त्रिपाठी,
इं. निशान्त त्यागी, इं. प्रगति राजपूत, कपिल देव गौतम, जितेन्द्र कुमार, दीपक कश्यप,
प्रदीप डोगरा आदि ने कहा कि पावर कार्पोरेशन प्रबंधन को निजीकरण की जिद छोड़कर बिजली
कर्मचारियों को विश्वास में लेकर सुधार के कार्यक्रम चलाने चाहिए। विगत नवंबर के अंत
में पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने निजीकरण का राग छेड़कर प्रदेश के ऊर्जा निगमों में
अनावश्यक तौर पर औद्योगिक अशांति का वातावरण बना दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के
और उपभोक्ताओं के व्यापक हित में यह वातावरण समाप्त होना ही चाहिए। प्रबंधन यह कह दे
कि निजीकरण नहीं होगा और एक वर्ष सुधार को समर्पित तो बिजलीकर्मी दिन रात प्रयास कर
एटी एंड सी हानियां राष्ट्रीय मानक 15% के नीचे लाकर दिखा देंगे। मंगलवार को विद्युत
कर्मचारियों ने ऊर्जा भवन कार्यालय में विरोध सभा करके निजीकरण के विरुद्ध अपनी आवाज़
बुलंद की।।
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