अंकित जैन
नित्य संदेश, मुजफ्फरनगर। विकास भवन सभागार मे डॉ. सुषमा गोडियाल (राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार) ने मेनुअल स्केवेंजर् सफाई कर्मचारियों के पुनर्वास के लिए एमएस एक्ट, 2013 के कार्यान्वयन की समीक्षा तथा इनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक जीवन का अध्ययन करने व इनकी मुक्ति एवं पुनर्वास की राष्ट्रीय योजनाओं की समीक्षा के लिए जनपद मुजफ्फरनगर के अधिकारियों व सफाई कर्मचारी नेताओं से मुलाकात कर उपरोक्त योजनाओं के कृविन्य के सम्बन्ध मे जानकारी हासिल की और दलित बस्तियों का भ्रमण किया।
उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ के सहारनपुर मण्डल प्रभारी दीपक गम्भीर ने एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें संविदा सफाई कर्मचारियों को स्थाई करने, दलित बस्तियों मे विकास कार्य धर्मशाला, सड़क, खड़ंजा,नाले नाली व शैक्षिक उत्थान के लाइन्स क्लब मे 10 कम्प्यूटर की व्यवस्था, संविदा सफाई कर्मचारियों को स्थाई सफाई कर्मचारियों की भांति हाऊस टैक्स वाटर टैक्स मे छूट, मौहल्ला आबकारी मे सीवरेज व गैस पाइपलाइन की सुविधा दी जाने एवं नगर पालिका के सरवट फाटक बने क्वार्टरों का नव निर्माण,कोविड काल मे पुरस्कृत सम्मान धन राशि प्रदान किये जाने व शाशनदेशो व माननियो के प्रोटोकॉल मे मलीन बस्ती के स्थान पर नाम बदलकर निर्मल कालौनी किया जाने की मांग की।
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