डॉक्टर अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मेरठ. शोभित विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लाॅ एण्ड कॉन्स्टिट्यूशनल स्टडीज ने इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस आयोजन ने विधि छात्रों को अपने विधिक कौशल को निखारने, न्यायालयीन प्रक्रियाओं से परिचित होने तथा सम्मोहक व प्रभावी विधिक तर्क प्रस्तुत करने की अपनी क्षमता विकसित करने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान किया।
प्रतियोगिता का आरम्भ विधि संकाय के निदेशक प्रमोद कुमार गोयल की अध्यक्षता में एक उद्धाटन सत्र से हुआ, जिन्होंने सक्षम लीगल प्रोफेशनल्स को आकार देने में मूट कोर्ट गतिविधियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल में न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) सुधीर कुमार गुप्ता, एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड, उच्चतम न्यायालय एम.पी. पार्थिबन तथा सर्वोच्च न्यायालय के ही अधिवक्ता आकर्श गर्ग, अर्चित गुप्ता, जिला न्यायालय, मेरठ के अधिवक्तागण महेंद्र पाल शर्मा और धीरेंद्र दत्त शर्मा सहित प्रतिष्ठित कानूनी दिग्गज शामिल थे। प्रतियोगिता में कुल 24 टीमों ने भाग लिया, जिनमें से प्रत्येक में दो वक्ता और एक शोधकर्ता शामिल थे। मुख्य समस्या एक समकालीन कानूनी मुद्दे से संबंधित थी, जिसमें प्रतिभागियों को अपनी विधिक सूझ-बूझ, शोध कौशल और अपने तर्कों को स्पष्ट व प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने और उनका बचाव करने की क्षमता प्रदर्शित करने की चुनौती दी गई थी।
प्रतियोगिता अत्यधिक प्रोफेशनल वातावरण में आयोजित की गई, जो एक वास्तविक न्यायालय के माहौल का प्रतिरूप था। प्रतिभागियों का मूल्यांकन कई मापदंडों पर किया गया, जिसमें कानूनी सिद्धांतों की उनकी समझ, विचारों की स्पष्टता, अभिव्यक्ति और खंडन कौशल शामिल थे। प्रारंभिक दौर में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, शीर्ष आठ टीमें सेमीफाइनल में पहुंच गईं।
ग्रैंड फिनाले में सुश्री शगुन चौहान और सुश्री नीलाक्षी त्यागी के नेतृत्व में क्रमशः SU-06 और SU-09 टीमों के मध्य रोमांचक विधिक प्रतिस्पर्धा हुई, जिन्होंने एक चुनौतीपूर्ण कानूनी मुद्दे पर तार्किक बहस की तथा निर्णायक मण्डल के प्रश्नो का समुचित उत्तर देकर अपने ज्ञान का परिचय दिया। गहन विचार-विमर्श के बाद, निर्णायक मंडल ने सुश्री शगुन चौहान, सुश्री साक्षी कुमारी और फूलचंद की टीम एसयू-06 को विजेता घोषित किया, तथा उनके व्यापक शोध और प्रेरक तर्कों की सराहना की। सुश्री नीलाक्षी त्यागी, सुश्री ऐमन खान और विराज भारती की टीम एसयू-09 को उपविजेता घोषित किया गया।
निम्नलिखित पुरस्कार प्रदान किए गए: -
सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता: सुश्री शांभवी गौर,
सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल: टीम एसयू-2 (सुश्री तृष्णा सिंह, सुश्री जौरीशा और श्री वरुण)
कार्यक्रम का समापन कुलपति प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार त्यागी और प्रति-कुलपति प्रो. (डॉ.) जयानंद की उपस्थिति में एक समापन सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों के उत्साही प्रयासों की सराहना की गई और निर्णायक मंडल के सदस्यों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। विजेताओं और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और ट्रॉफी वितरित की गईं, जिससे उन्हें कानूनी अभ्यास में उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
डाॅ मोहम्मद आमिर तथा महक बत्रा के प्रभावशाली मार्गदर्शन मे मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2024 एक शानदार सफलता थी, जिसने छात्रों के बीच कानूनी ज्ञान, टीमवर्क और व्यावसायिकता को बढ़ावा दिया। इसने अनुभवात्मक सीखने के अवसर प्रदान करने और छात्रों को कानूनी क्षेत्र में भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
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