अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठः देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनके 100वें जन्मदिन पर स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने सुशासन दिवस मनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस दौरान पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रोफे.(डॉ.) सुभाष चंद्र थलेडी ने कहा कि अटल जी वास्तव में पत्रकारिता, साहित्य और राजनीति की त्रिवेणी तो थे ही, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में देश को सुशासन पाठ भी पढाया। अटल जी ने अपने प्रधानमंत्री काल में सुशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया। डॉ. थलेड़ी ने कहा कि अटल जी ने पत्रकारिता में अपना करियर शुरू किया और राष्ट्रधर्म, पांचजन्य, स्वदेश और वीर अर्जुन जैसे समाचार पत्रों के लिए काम किया। उनकी लेखनी में वाक्पटुता और भावपूर्णता थी, जो उनके पाठकों को आकर्षित करती थी। साथ ही उनकी भाषण शैली भी श्रोता एवं दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती थी।
उनके साहित्यिक योगदान पर चर्चा करते हुए सहायक आचार्य राम प्रकाश तिवारी ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में अटल जी एक प्रसिद्ध कवि थे। उनकी कविताओं में देशभक्ति, सामाजिक न्याय और मानवता की भावना झलकती थी। उनकी कविताओं का संग्रह "मेरी इक्यावन कविताएं" इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
इस मौके पर पत्रकारिता शिक्षक शिकेब मजीद ने अटल जी को राजनीति में एक महान नेता बताया। उन्होंने कहा कि तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बन कर उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिनमें पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण और लाहौर शिखर सम्मेलन शामिल हैं।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि अटल जी वास्तव में पत्रकारिता, साहित्य और राजनीति की त्रिवेणी थे, जिन्होंने अपने जीवनकाल में इन तीनों क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया।
इस अवसर विभाग के शिक्षण और शिक्षणेत्तर कर्मियों में शिकेब मजीद, डॉ. विशाल कुमार, प्रिंस चौहान, संजय पाल, कपिल गिल, कुलदीप, कुमार, बिजेंद्र कुमार, नितेश कुमार तिवारी, सुमन कुमार समेत विद्यार्थी गण मौजूद रहे। साथ ही भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के चित्र पर सभी ने पुष्पांजलि देकर श्रद्धांजलि दी।
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