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Wednesday, December 25, 2024

मृदा परीक्षण की महत्ता, सूक्ष्म तत्वों का महत्व के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई

 



नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ एग्रोक्लाइमेटिक जोन स्तरीय तीन दिवसीय मेले के अन्तिम दिन जनपद मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, बुलन्दशहर, गाजियाबाद, हापुड़ के कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। किसान मेले में आरपी तिवारी द्वारा प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना, डा. प्रदीप कुमार (प्रभारी, मृदा परीक्षण लैब मेरठ) द्वारा मृदा परीक्षण की महत्ता, सूक्ष्म तत्वों का महत्व के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई गयी।

आईआईएफएसआर मोदीपुरम के कृषि वैज्ञानिक डा. चन्द्रभानु द्वारा गन्ने की फसल के लाल सडन रोग के प्रबन्धन हेतु सीडी-238 प्रजाति को अन्य प्रजातियों से रीप्लेस करने तथा गन्ने के चोटी बेधक कीट के प्रबन्धन हेतु ट्राई कार्ड लगाने का सुझाव दिया गया। कृषि में आय बढ़ाने हेतु फसल विविधीकरण करने का सुझाव दिया गया। कृषि वैज्ञानिक, सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विवि डा. आरबी यादव द्वारा सरसों, गेहूं तथा अन्य समसामयिक फसलों की उत्पादकता बढाने हेतु तकनीकी बिदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। कृषकों द्वारा उठाई गयी तकनीकी समस्याओं का समाधान भी कृषि वैज्ञानिको द्वारा किया गया।

सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक नियोजन डा. एसएस सिरोही द्वारा मिलेट्स फसलों का महत्व, उनकी पौष्टिकता तथा फसले उगाने हेतु तकनीकी बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। डा. सिरोही द्वारा कृषकों से कृषि के साथ पशुपालन, मधुमक्खी पालन व मत्स्य पालन आदि करके अपनी आय बढाने का सुझाव दिया गया।

समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल द्वारा भू. पू. प्रधानमंत्री स्व. चौ. चरण सिंह को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए फसलों के साथ अन्य व्यवसाय करके अपनी आय में वृद्धि करने का सुझाव दिया गया। किसान मेले में कृषि एवं सम्बद्ध विभागो तथा कीटनाशी, उर्वरक कृषि यन्त्र निर्माता/विक्रेताओं द्वारा स्टाल लगाए गए। वर्ष 2024-25 में कस्टम हायरिंग सेन्टर के लाभार्थी वेदप्रकाश खरखौदा तथा कृष्णपाल अखत्यारपुर को ट्रेक्टर की चाबी भेंट की गई। किसान मेले में उत्कृष्ठ स्टाल लगाने वाले विभागों/ प्रतिष्ठानों को भी पुरस्कृत किया गया।

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