पत्रकारिता
के विद्यार्थियों को बजट पर रखनी चाहिए पैनी नज़र: डॉ. राघव झा
अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों के लिए सबका विकास-केंद्रीय बजट—2025-26 पर आधारित परिचर्चा और क्विज का आयोजन किया गया। इस
परिचर्चा में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्रों ने सकारात्मक एवं सार्थक
बहस की।
परिचर्चा
में पत्रकारिता के नवोदित छात्रों ने माना कि यह बजट शिक्षा, स्वास्थ्य, नवाचार, कृषि और युवाओं के लिए बहुत ही उपयुक्त है। उन्होंने
केंद्रीय बजट की विभिन्न विशेषताओं पर प्रकाश डाला और इसके महत्त्व को समझा। इस
परिचर्चा में डीडी न्यूज चैनल के वरिष्ठ मीडियाकर्मी डॉ. राघव कुमार झा विशेष
वक्ता के रूप में ऑनलाइन जुड़े। अपने संबोधन में डॉ. राघव झा ने
कहा कि केंद्रीय बजट समावेशी विकास और सामाजिक न्याय पर केंद्रित है। बजट में
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण निवेश किया गया है। जिससे ये
सेवाएं अधिक सुलभ और सस्ती होंगी। डॉ. झा ने कहा कि बजट में रोजगार सृजन और कौशल
विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर
मिलेंगे। उन्होंने कहा कि बजट में महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं एवं कार्यक्रम शामिल हैं। डॉ. राघव
कुमार झा ने बताया कि बजट में बुनियादी ढांचा विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे भविष्य में सड़कें, रेलवे और हवाई अड्डों के विकास को
गति मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनने के
अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। यह बजट आजाद भारत का सबसे उपयुक्त बजट माना जाना
चाहिए। उन्होंने पत्रकारिता एवं जनसंचार के विद्यार्थियों को कहा कि आपको
पत्रकारिता के छात्र के रूप में बजट जैसे महत्वपूर्ण विषय पर पैनी नजर रखनी
चाहिए।
इस
दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष
प्रोफेसर (डॉ.) सुभाषचंद्र
थलेडी ने कहा कि केंद्रीय बजट-2025 विशेषकर गरीबों एवं हाशिए पर रहने
वाले लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में सही कदम है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई
उद्योगों को बढ़ावा देने से मध्यमवर्ग को विशेष लाभ मिलेगा। डॉ. थलेडी ने कहा कि
महिलाओं एवं बालिकाओं को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ से अधिक का आवंटन आर्थिक विकास में आधी आबादी की
मजबूत भूमिका बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. थलेडी ने कहा
कि पत्रकारिता के छात्रों के लिए बजट विश्लेषण करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि
केंद्रीय बजट आर्थिक पत्रकारिता की धुरी है।
परिचर्चा
के बाद विद्यार्थियों के लिए क्विज का आयोजन किया गया। केंद्रीय बजट पर आधारित इस
क्विज में प्रथम स्थान पर बीएजेएमसी अंतिम
सेमेस्टर की छात्रा पलक टंडन, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर
बीएजेएमसी प्रथम वर्ष के छात्र क्रमशः मेघा वर्मा और शौर्य खन्ना रहे। परिचर्चा में आस्था श्रीवास्तव, भूमि आर्या, हर्षुल शर्मा, शकिब कौकब, हर्ष, तनु शर्मा, मनीषा कुमारी, सुमैया इम्तियाज़, भावना सिंह, अभिषेक पावरिया, अभय सैनी, प्रियांशी भाटिया, आनंद कुमार आदि विद्यार्थियों ने
हिस्सा लिया। इस दौरान विभाग में सहायक आचार्य डॉ. प्रीति सिंह, राम प्रकाश तिवारी, शैली शर्मा व शिकेब मजीद भी
उपस्थित रहे।
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