नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। 16 दिन के प्रवास के बाद बसंत पंचमी को जैन स्थानक में विशेष आयोजन हुआ, जिसमें तपस्वी निहालचंद महाराज का जन्मोत्सव मनाया गया.
इस अवसर पर जैन मुनि डॉक्टर मणि भद्र महाराज ने अपने प्रवचन में कहा, जीवन में सेवा और सरलता सबसे बड़ा गुण होता है. करोड़ों रुपए कमाने के लिए शास्त्रों को पढ़कर अपने वक्तव्य के माध्यम से लाखों लोगों को अपने अनुयाई बनाना सरल काम है, परंतु जीवन में सरलता का आना आसान नहीं है, सरलता का मतलब है कथनी और करनी का एक होना जो सरल होता है. वह सेवा कर सकता है दूसरों का सहयोग कर सकता है. सेवा के लिए समर्पण और श्रद्धा की आवश्यकता होती है. इन सभी गुणों से परिपूर्ण थे तपस्वी निहालचंद महाराज, अचल मुनि महाराज ने नेपाल केसरी डॉक्टर मणि भद्र महाराज को विदाई दी.
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