नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में गुरुवार से शुरू हुई अन्तर छात्रावास प्रतियोगिता~2025 का अटल सभागार में शुभारंभ हुआ। यह प्रतियोगिता 20 मार्च 2025 तक चलेगी, जिसमें शैक्षणिक, खेलकूद, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला एवं प्रतिकुलपति प्रो. मृदुल कुमार गुप्ता द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर सभी छात्रावासों के आवासीय छात्र छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और कुलपति व अन्य अतिथियों के साथ स्मरणीय समूह चित्र भी खिंचवाया। इस प्रतियोगिता का आयोजन चीफ वार्डन दिनेश कुमार के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसमें सभी छात्रावासों के वार्डनों का विशेष योगदान रहा। प्रतियोगिता के पहले दिन कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर एप सिंह के निर्देशन में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, टेक्नोलॉजी, जनसंख्या, पर्यावण, योग, शब्द इत्यादि प्रभावशाली मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
प्रतियोगिता के पहले दिन के आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. नीरज सिंघल (डायरेक्टर, सर छोटू राम इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी), प्रो. बीर पाल (चीफ प्रॉक्टर, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) और प्रो. भूपेंद्र राणा (डीन स्टूडेंट वेलफेयर, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय) उपस्थित रहे। निर्णायक मंडल में प्रो. आराधना गुप्ता, डॉ. अंशू अग्रवाल और डॉ. विजेयता शामिल रहीं। भाषण प्रतियोगिता में शगुन बालियान (दुर्गा भाभी छात्रावास) और संदीप मिश्रा (महाराणा प्रताप छात्रावास) ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान निशा चौधरी (दुर्गा भाभी छात्रावास) ने प्राप्त किया, जबकि तृतीय स्थान अदिति अवस्थी (रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास) को मिला।
कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि अन्तर छात्रावास प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के छात्र जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रतियोगिता केवल प्रतिस्पर्धा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नेतृत्व, नवाचार और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट माध्यम है। मुझे गर्व है कि हमारे छात्र अपनी प्रतिभा को विभिन्न मंचों पर प्रदर्शित कर रहे हैं और आत्मविकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्य अतिथि प्रो. नीरज सिंघल ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ छात्रों को न केवल अकादमिक बल्कि व्यक्तिगत विकास का भी अवसर प्रदान करती हैं। मुझे विश्वास है कि इस प्रतियोगिता से छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने विचारों को अधिक स्पष्टता और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में सक्षम होंगे। मैं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देता हूँ।
चीफ वार्डन दिनेश कुमार ने कहा कि छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसी प्रतियोगिताएँ अत्यंत आवश्यक हैं। यह प्रतियोगिता छात्रों को टीम वर्क, अनुशासन और प्रतिस्पर्धा की भावना को विकसित करने का अवसर देती है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. बीर पाल ने कहा कि विश्वविद्यालय केवल पढ़ाई का केंद्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहाँ छात्र अपने व्यक्तित्व का विकास करते हैं। यह प्रतियोगिता छात्रों में अनुशासन, नेतृत्व और सहकार की भावना को मजबूत करेगी।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र राणा ने कहा कि छात्रावासों में रहकर पढ़ने वाले छात्र विश्वविद्यालय के अभिन्न अंग होते हैं। यह प्रतियोगिता उन्हें अपने कौशल, रचनात्मकता और शारीरिक क्षमता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगी। सभी प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएँ। निर्णायक मंडल की अध्यक्ष प्रो. आराधना गुप्ता ने कहा कि छात्रों का भाषण कौशल और उनके विचारों की स्पष्टता प्रशंसनीय रही। इस प्रतियोगिता में भाग लेना ही अपने आप में एक उपलब्धि है, क्योंकि यह छात्रों के आत्मविश्वास और संचार कौशल को विकसित करने में सहायक होता है।
भाषण प्रतियोगिता के कार्यक्रम संयोजक डॉ. वाई.पी. सिंह (वार्डन, आर.के. सिंह छात्रावास) ने सभी अतिथियों का परिचय एवं स्वागत किया। डॉ दिव्या शर्मा ने कार्यक्रम समापन के दौरान निर्णय परिणाम की घोषणा की तथा सभी अतिथियों धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अजय कुमार, डॉ. धर्मेंद्र प्रताप, डॉ. अनिल कुमार यादव, डॉ. जितेंद्र गोयल, डॉ. सी.पी. सिंह, इंजीनियर प्रवीण पवार, निधि भाटिया, डॉ. दिव्या शर्मा, रविंद्र कुमार, डॉ. नाजिया तरन्नुम, डॉ सी पी सिंह, इंजीनियर विजय राम, इंजीनियरिंग विजय सिंह, रविन्द्र कुमार आदि वार्डन एवं अस्सिटेंट वार्डन उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में हर्षित ,प्रताप, अभिषेक, पवन कुमार, संदीप मिश्रा इत्यादि छात्र शामिल रहे।
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