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Thursday, February 6, 2025

संज्ञानात्मक विकास विषय पर व्याख्यान का आयोजन




अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। सरदार पटेल सुभारती विधि संस्थान तथा कम्प्यूटर एप्लीकेशन विभाग, स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा शहीद मंगल पांडेय राजकीय महिला महाविद्यालय के सहयोग से एमओयू के अन्तर्गत एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान सुभारती विधि संस्थान के संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय के संरक्षण में किया गया। व्याख्यान का विषय संज्ञानात्मक विकास रहा।
 
डॉ. शशिराज तेवतिया, कम्प्यूटर एप्लीकेशन विभाग द्वारा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. आशीष पाठक, असिस्टेंट प्रोफेसर शहीद मंगलपाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय, मेरठ का स्वागत किया गया। डॉ. आशीष पाठक ने अपने व्याख्यान में कहा कि संज्ञानात्मक विकास बालकों के मस्तिष्क विकास से जुड़ा होता हैं। बालक के व्यक्तित्व विकास में संज्ञानात्मक विकास अपनी अहम भूमिका निभाता है या दूसरे शब्दों कहे तो संज्ञानात्मक विकास के चारों चरणो अर्थात् संवेदी मोटर अवस्था, पूर्व- संक्रियात्मक अवस्था, मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था तथा अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था का बालकों के सीखने की प्रक्रिया पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। आप कैसे सोचते है, खोज करते है तथा चीजों को किस प्रकार समझते है आदि इसके उदाहरण है। यह ज्ञान, कौशल, समस्या-समाधान और स्वभाव का विकास है।
 
संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने कहा कि जीवन निर्वाह के लिए संज्ञानात्मक विकास बहुत महत्वपूर्ण है। आप क्या देखते हैं, सोचते हैं, और सीखते हैं, यह सब संज्ञानात्मक विकास की प्रक्रिया हैं। आप किस प्रकार विषय की बारीकियों को पकड़ते हैं, उन बारीकियों का आप किस प्रकार विश्लेषण करते हैं, यह सब आपके जैविक, सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय कारकों पर निर्भर करता है।

प्रो. डॉ. रीना विश्नोई द्वारा अतिथि वक्ता का आभार व्यक्त किया गया और धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. ऊषा साहनी, डॉ. सारिका त्यागी, डॉ. प्रेमचन्द्र, डॉ. अजय राज सिंह, एना सिसोदिया, सोनल जैन, अरशद आलम, शिवानी, शालिनी गोयल, आशुतोष देशवाल तथा हर्षित आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बडी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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